दोस्तों IPL का दौर चल रहा है, आज हम यही बात करेंगे की कौनसी टेक्नोलॉजी के चलते हम घर या ऑफिस में इस क्रिकेट स्पोर्ट्स का आनंद लेते पाते है।
आज में आपको बताउगा SPIDER CAM के बारे में !!
ये क्या है?,
केसे काम करता है ?,
और इसके क्या क्या फायदे है ?
पहले के ज़माने में जब हम क्रिकेट देखते तो ऐसे देखने को मिलता था।
एक अजीब सा Camera Angle अजीब सी Quality और हम उस ही से देख के काम चलाना पड़ता था। जैसे ही टाइम आगे आये तो कुछ Change हुआ Quality में , Multi Camera का उपयोग होने लगा, अलग अलग Angle से और अलग अलग साइज में Camera होते थे , Close-up के लिये अलग Top views के लिए अलग , लेकिन फिर भी मज़ा नही आता था, इतना जितना स्टेडियम में जा कर मैच को देखते थे।
जब से क्रिकेट की दुनिया में काम ले रहे है Spider Cam को तब से अलग ही मज़ा है घर बैठे देखने में मतलब जितना मजा स्टेडियम में नही आता था उससे ज्यादा घर बैठे देखने में आता है मतलब अलग अलग एंगल से उस ही Moment को एन्जॉय कर पाते है।
ये Spider Cam टेक्नोलॉजी सिर्फ हम क्रिकेट में नही बल्कि और भी है, टेनिश, फुटबॉल, जैसे स्पोर्ट्स में भी काम में लेते है। उससे ये हो गया कि अब हम अलग अलग Angle से शॉट्स ले सकते है । जो कभी पॉसिबल नही था। जेसे क्रेन को कम ले या फिर अलग अलग कितने भी काम में ले हम किसी भी Camera को विकसित नही कर सकते जो होरिजेन्टली और वर्टिकली मूव कर पाए।
इस Spider cam को 4 रसियों से कैमेरे को बिच में लटकाया जाता है। ये Normal रसिया नही होती है ये रसिया कैवलार से से बनी हुई होती है। जो बहुत ही पतली होती है। जिससे जो बार बार आप इसको देख ना पाये इसके लिए, पतली होने के साथ साथ इसमें इतनी मजबूती है कि 25- 30 किलो का वो Systems समबाल सकती है।
ये सिस्टम स्टेडिम में अलग अलग होता है। मतलब स्टेडिम की जो रूफ है जो बहुत ऊँची होती है। और बहुत बड़ी होती है चोरो तरफ से पूरे स्टेडिम को कवर करके रखा है। उस रूफ को बेस बनाने में काम करने में बहुत आसानी होती है, कभी कभी हमे फ्लड लाइट्स को, या फिर रूफ भी सही नही हो फ्लड लाइट्स भी सही से डेवेलोप ना हो तो, इसको अलग अलग Angle में लेने के लिए अर्टफिक्सल पोल्स को Erect (खड़ा) करते है इससे उन रुफ को नीचे लटकाया जाता है।
इससे क्या है कि अगर हम विन्चेस की मदत से उस पोल्स के द्वारा रोफ़ को खिचगे तो Spider Camera अलग अलग जगह पर पहुच कर शॉट्स लेता है।
अब क्या हुआ की ऐसी जगह जहाँ Camera ना पहुच पाये , तो जो पेलेट है वो पूरी तरह से अच्छे से कंट्रोल करता है उस camera यूनिट को जो अलग अलग जगह जा सके।
Spider Camera 30-40 की स्पीड से मूव करता है जिससे Zairo स्कोप बैस काम में लेते है। जिसे अच्छे शॉट्स क्लिक करता है।
ये मूव कैसे होता है ?
इसको मूव के लिए जो 4 केबल है उनमें से 2 के अंदर लगी होती है, फाइबर ऑप्टी कैबल्स जिसे ये फायदा है कि जो एक केबल है उसका कैप्चर करने के लिए काम में ली जाती है मतलब की Zoom in करना या फिर आपको Zoom Out करना है या फिर आपको कुछ मेनुअल मोड काम में लेने है उसको कण्ट्रोल करता है वो एक Cable और जो दूसरा केबल है वो सिग्नल्स को बाहर भेजने के लिए जिससे की देखने वाले को सिग्नल्स में कोई प्रॉब्लम ना हो इससे हमें बेस्ट Quality में टेलीकास्ट किया जाता है।
अपने आप शोेट्श को Click करना !!
इमसें ये फायदा हो गया कि अगर हम Spider Cam को जिन पॉइंट्स पे सेट करेगे उन्ही पॉइंट पे जा कर वो शॉट्स लेगा जिससे की बार-बार मैनुअली कण्ट्रोल न करना पड़े।
मुझे उमीद है कि आपको ये पोस्ट पसन्द आयी होगी । आप जान गए होंगे Spaider Cam के बारे में, अगर आपके पास और कोई सुजाव है तो नीचे Comment करना भूले ।
ध्नयवाद ...
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